Mini Library: गांव में युवाओं के सपनों को पूरा करने में कर रहा मदद, बदलेगी देश की तस्वीर

बिहार के गांवों में पढ़ाई के बाद भी युवाओं के पास न तो सही जानकारी होती है और न ही कोई ऐसा स्थान जहाँ वे शांत होकर कुछ नया सीख सकें। किताबों, करियर गाइडेंस और नौकरी की जानकारी के बिना हजारों युवा भटक जाते हैं। इसी समस्या को देखते हुए हमारे एनजीओ ने एक छोटी सी लेकिन प्रभावशाली पहल ‘Mini Library + Career Corner’ की है। आइए जानते हैं कि इससे कैसे गांव के युवाओं की तस्वीर बदल रही है।
शुरुआत कैसे हुई?
हमने गांव के स्कूल के एक खाली कमरे को संवारकर वहाँ किताबों का एक छोटा कलेक्शन जमा किया — कहानी पुस्तकें, सामान्य ज्ञान, प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबें (BPSC, SSC आदि), और कहानियाँ प्रेरणादायक व्यक्तियों की। इसके अलावा एक बोर्ड लगाया जहाँ हम हर सप्ताह सरकारी नौकरियों, स्कॉलरशिप और फार्म भरने की तारीखें अपडेट करते हैं।
किताब दान से हुई शुरुआत
गांव में किताब दान अभियान शुरू किया: 40 किताबें जुटीं
एक पुराना बुक-रैक और एक टेबल लगाया गया
एक volunteer ने रोज शाम 2 घंटे बैठना शुरू किया
Career Corner नाम से एक नोटिस बोर्ड + फॉर्म सहायता डेस्क तैयार किया गया
पहले महीने में ही 8–10 युवा रोज वहां बैठने लगे। किसी ने किताब लेकर घर ले जाना शुरू किया, तो किसी ने पहली बार “Competitive Exam” शब्द पढ़ा। धीरे-धीरे यह जगह गाँव का Youth Hub बन गई।
मिनी लाइब्रेरी का असर
- 12वीं पास दो लड़कों ने वहीं बैठकर SSC GD का फॉर्म भरना सीखा
- एक लड़की ने अपने कॉलेज में scholarship apply करना सीखा
- हर रविवार “Career Guidance Day” होता है — जहाँ कोई कॉलेज स्टूडेंट/गेस्ट आकर अपने अनुभव शेयर करता है
- महीने में 60+ लोग Library विज़िट करने लगे
- हर शनिवार Job Updates चिपकाए जाते हैं
- Free Resume Writing Help शुरू हुई
- दो बच्चों ने पहली बार English Novel लेना शुरू किया
- गांव के बाहर पढ़ने गए छात्रों ने भी अपने पुराने नोट्स भेजे – Library में जोड़े गए
- आगे का विज़न
- हम चाहते हैं कि यह Mini Library हर गाँव में पाँच छात्रों का भविष्य बदल दे। इसके लिए ज़रूरी है:
- Local किताब दान अभियान साल में दो बार
- Donation box से नई किताबें खरीदना
- एक लैपटॉप/कंप्यूटर जोड़ना जहाँ बच्चे फॉर्म भर सकें
- Volunteer विद्यार्थियों से करियर talk हर महीने